वाराणसी आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट काउंसिलिंग सर्विसेज की ओर से आयोजित मेंटल वेलनेस वीक का उद्घाटन केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने किया। वित्तमंत्री ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप कुछ सीखने और नौकरी के लिए रहीं भी जाएं पर लौट कर अपने वतन जरूर आएं। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण एक दिवसीय दौरे पर रविवार को वाराणसी पहुंचीं। आईआईटी बीएचयू की में आयोजित मेंटल वेलनेस वीक समारोह का उद्घाटन किया। आईआईटी के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि हमेशा कुछ नया सीखने और नया करने पर ध्यान होना चाहिए। आप कुछ सीखने और नौकरी के लिए रहीं भी जाएं पर लौट कर अपने वतन जरूर आएं। आगे कहा कि कभी भी नौकरी के लिए पढ़ाई नहीं करें। आप ऐसे बनें की लोगों को नौकरी दे सकें। खुद नई शुरूआत करें और 10 लोगों को इससे जोड़ें। आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट्स काउंसिल की ओर से आयोजित मेंटल वेलनेस कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टूडेंट्स काउंसिल की तारीफ की। कहा कि संस्थान की ओर से छात्र-छात्राओं की मदद के लिए काउंसिल की ओर से किया जा रहा कार्य सराहनीय है। उन्होंने सरकार की ओर से मेंटल वेलनेस के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। बताया कि देश में 20 भाषाओं में 900 टेली काउंसलर प्रतिदिन तीन हजार छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी देते हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ की वजह से लोगों में मानसिक तनाव बढ़ रहा है। प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए लेकिन इसका तनाव कभी नहीं लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों की राय और उम्मीदों की वजह से भटक जाते हैं। लोग खुद क्या करना चाहते हैं इसे भूल कर लोगों की सोच पर आगे बढ़ने लगते हैं, यही तनाव का बड़ा कारण है। वित्तमंत्री ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी है। आज पूरी दुनिया योग की ओर आगे बढ़ रही है। आयुर्वेद और योग से मानसिक तनाव दूर किया जा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए दोनों जरूरी है।