नई दिल्ली। राज्य सरकार इस योजना के माध्यम से छह महीने के पाठ्यक्रम में हर साल 50,000 युवाओं को प्रशिक्षित करना चाहती है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्रियों अजित पवार तथा देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई स्थित राज्य सरकार के सह्याद्रि अतिथिगृह से कार्यक्रम में भाग लिया। शिंदे ने कहा कि कौशल्य विकास केंद्र ह्यरोजगार निर्माण के मंदिरह्ण बनेंगे। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार से पहले किसी सरकार ने इस बात को नहीं पहचाना था कि युवा बहुमूल्य संसाधन हैं। पवार ने कहा कि ये कौशल प्रशिक्षण केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार क्रांति लाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकारों को युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों का दायरा बढ़ाना होगा जिससे वे देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करेंगे। महाराष्ट्र में 511 ह्यप्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल्य विकास केंद्रोंह्ण का उद्घाटन वीडियो लिंक के माध्यम से करने के बाद मोदी ने कहा कि राज्य सरकारों को इस तरह से कौशल विकास कार्यक्रम तैयार करने चाहिए कि वे देश के विकास में मदद करें। एक सरकारी वक्तव्य के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे दिवंगत प्रमोद महाजन के नाम पर इन ग्रामीण कौशल्य विकास केंद्रों की स्थापना महाराष्ट्र के 34 ग्रामीण जिलों में की जा रही है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमें पता लगाना चाहिए कि किन क्षेत्रों में कौशल विकास से देश को मजबूती मिलेगी। मोदी ने कहा, ह्यह्यसमय की जरूरत है कि विनिर्माण क्षेत्र में ऐसे उत्पाद बनाये जाएं जिनमें कोई भी खराबी नहीं हो, सरकारों को सेवा क्षेत्र, ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था और आधुनिक प्रौद्योगिकी में भी नये कौशल पर ध्यान देने की जरूरत है।ह्णह्ण प्रधानमंत्री ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में कौशल विकास पर ध्यान दिया जाना चाहिए जिससे देश को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने युवाओं के कौशल विकास के बारे में कोई दृष्टिकोण पेश नहीं किया या गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, ह्यह्ययही कारण है कि औद्योगिक क्षेत्र में युवाओं की मांग और उनमें प्रतिभा होने के बावजूद युवाओं को इसकी कीमत चुकानी पड़ी।ह्णह्ण मोदी ने कहा कि उनके कार्यकाल में अलग कौशल विकास मंत्रालय बनाया गया और 1.30 करोड़ युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों से लाभ मिला।