नवयुग कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की सभी इकाइयों द्वारा तृतीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय के संरक्षण में किया गया। शिविर का प्रारंभ राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत से किया गया। इसके पश्चात छात्राओं ने शारीरिक प्रशिक्षण (पीटी) का अभ्यास किया, शारीरिक प्रशिक्षण के बाद एक दिवसीय शिविर में योगाभ्यास कराया गया। छात्राओं ने विभिन्न प्राणायाम जैसे अनुलोम विलोम, कपालभाति, भ्रामरी प्राणायाम तथा विभिन्न आसन जैसे पद्मासन, वज्रासन,सूर्य नमस्कार इत्यादि का अभ्यास किया। इसके पश्चात छात्राओं ने कपड़े एवं कागज के थैले बनाने का अभ्यास किया। छात्राओं ने कपड़े एवं कागज के आकर्षक थैले बनाए और इसके पश्चात मलिन बस्ती में जाकर इन थैलो में सेनेटरी नैपकिन रखकर वहां की महिलाओं और लड़कियों में वितरित किया तथा स्वच्छता के प्रति संदेश देने का प्रयास किया। भोजन अवकाश के उपरांत द्वितीय सत्र का प्रारंभ हुआ द्वितीय सत्र की मुख्य वक्ता वाणिज्य विभाग की डॉक्टर प्रतिभा चौहान थी। डॉक्टर चौहान ने राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाओं को “स्वयं सहायता समूह” विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया उन्होंने छात्राओं को बताया कि किस प्रकार आप अपने छोटे से प्रयास से एक लघु उद्योग की शुरुआत कर सकते हैं। डॉक्टर चौहान ने छात्राओं को बताया कि वह कैसे एक छोटा सा समूह बनाकर व्यवस्थित तरीके से समूह का पंजीकरण करा सकती हैं। सरकार द्वारा पंजीकृत लघु समूह को सहायता राशि दी जाती है जिससे महिलाएं रोजगार की शुरुआत आत्मविश्वास पूर्वक कर सकती हैं। तृतीय एकदिवसीय शिविर का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर नेहा अग्रवाल, श्रीमती ऐश्वर्या सिंह, डॉक्टर प्रतिमा घोष, डॉक्टर श्वेता उपाध्याय धर द्वारा किया गया। इस तृतीय एकदिवसीय शिविर में राष्ट्रीय सेवा योजना की पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर वंदना द्विवेदी ने भी अपना सहयोग प्रदान किया। एकदिवसीय शिविर का समापन वंदे मातरम के गायन से किया गया।