नई दिल्ली। लंबे समय से चली आ रही केंद्र सरकार की पहल पर इस वर्ष स्वर का लोकल की धूम देखने को मिल रही है जबकि चीनी या फिर विदेशी सामान नजर नहीं आ रहा है। देश भर में धनतेरस के मौके पर 50000 करोड रुपए से अधिक कारोबार होने की संभावना व्यक्त की है। देशभर में धनतेरस के साथ ही दिवाली का त्योहार शुरू हो चुका है। 10 नवंबर को धूमधाम सिद्धेश्वर में धनतेरस मनाई जा रही है जबकि 12 नवंबर को दिवाली मनाने के लिए भी बाजार तैयार है। आज देश भर में धनतेरस का त्यौहार मनाया जा रहा है जिसे लेकर व्यापारियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। दिल्ली समेत देश भर के व्यापारी माल की बिक्री करने के लिए बेहद उत्साहित है। त्योहार के मौके पर माल बेचने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी भी की गई है। लंबे समय से चली आ रही केंद्र सरकार की पहल पर इस वर्ष स्वर का लोकल की धूम देखने को मिल रही है जबकि चीनी या फिर विदेशी सामान नजर नहीं आ रहा है। माय आॅल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने देश भर में धनतेरस के मौके पर 50000 करोड रुपए से अधिक कारोबार होने की संभावना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर के महीने के अंत में आयोजित होने वाली मन की बात कार्यक्रम के दौरान लोगों से अपील की थी की लोकल समान ही खरीदें। इससे पहले बीते वर्ष भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से अपील की थी जिसका व्यापक स्तर पर असर भी देखने को मिला था। बाजार की व्यापारियों का कहना है कि इस वर्ष मेड इन इंडिया या फिर लोकल का स्वर की खरीदारी को लोक दरजी दे रहे हैं। माना जा रहा है कि लोकल का स्वर को बढ़ावा देने के कारण विदेशी और चीनी सामानों को लेकर लगभग एक लाख करोड रुपए का घाटा हो सकता है। देश भर में आज धनतेरस धूमधाम से मनाई जा रही है। धनतेरस के दौरान खरीदारी करने पर भी काफी विशेष महत्व बताया जाता है। धनतेरस के दौरान भगवान गणेश माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा होती है।