लखनऊ। डेयरी विकास के लिए उ0प्र0 राज्य दुग्ध परिषद् को वित्तीय सहायता योजना के लिए तृतीय किश्त के रूप में 53.25 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है। इस सम्बन्ध में दुग्ध विकास विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दुग्ध आयुक्त, दुग्धशाला विकास,को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं।
इसी तरह दुग्ध विकास के अंतर्गत किसानों को प्रशिक्षण दिए जाने के लिए ‘कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम योजनाझ् के तहत 2 करोड रुपये की धनराशि द्वितीय किश्त के रूप में स्वीकृत की है। दुग्ध विकास विभाग द्वारा जारी शासनादेश में स्वीकृत धनराशि के नियामानुसार व्यय के संबंध में जनपद मैनपुरी, आगरा, मेरठ, झांसी, जालौन (उरई) हमीरपुर, बांदा, महोबा, लखनऊ, लखीमपुरखीरी, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, रामपुर, वाराणसी, मिजार्पुर, सोनभद्र, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, आजमगढ, मऊ, प्रयागराज, प्रतापगढ, कानपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, गोण्डा एवं बहराइच के दुग्धशाला विकास अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा दुग्ध संघों के सुदृढीकरण करने के लिए 26 करोड 66 लाख 66 हजार 6 सौ 66 रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। यह धनराशि आगरा, मैनपुरी, मेरठ, झांसी, जालौन (उरई), हमीरपुर, महोबा, बांदा, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, रामपुर, वाराणसी, मिजार्पुर, सोनभद्र, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, आजमगढ, मऊ, प्रयागराज, प्रतापगढ,़ कानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बहराइच, तथा गोंडा के लिए स्वीकृत की गई है। इसके अलावा प्रदेश के 62 पशु चिकित्सालयों एवं पशु सेवा केन्द्रों के सुदृढीकरण के लिए 69.38 लाख की धनराशि स्वीकृत की है। इसमें बदायूं के 07 बलरामपुर के 02, लखीमपुर खीरी के 07, चन्दौली के 09, इटावा के 06, अमेठी के 06, लखनऊ के 01, श्रावस्ती के 05, सिद्धार्थनगर के 10 तथा फरूर्खाबाद के 09 पशु चिकित्सालय शामिल है।