लखनऊ। नयी अयोध्या इन दिनों श्रीराम के भक्ति में डूब गयी है। त्रेतायुग जैसा यहां नजारा दिखने लगा है। श्रीराम एयरपोर्ट और अयोध्याधाम रेलवे स्टेशन दुल्जन की तरह सज धज कर तैयार है जिसका शुभारंभ 30 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों होने जा रहा है। साथ ही आगामी 22 जनवरी को भगवान श्रीराम अयोध्या में बने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं। इसे लेकर अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरे देश में भक्ति भाव परवान चढ़ रहा है। आगामी 22 जनवरी को मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव को अभूतपूर्व बनाने के लिए पूरा देश अपने घर-आंगन को सजा रहा है। वहीं युवा हों या प्रौढ़, हिल स्टेशनों से अधिक अब अयोध्या में मन रच बस रहा है। यही कारण है कि यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है। सीएम योगी के नेतृत्व में बदली अयोध्या में पर्यटकों पर राम का रंग चढ़ गया है। यहां पर हर ओर विकास की गंगा बह रही है करीब 50 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं एक साथ चल रही हैं। नए साल के पहले अयोध्या को मिलने वाला हजारों करोड़ों का नया उपहार फिर इसकी दशा-दिशा को और मजबूत करेगा। एक ही रंग में रंगी अयोध्या मानों त्रेता सी लगने लगी। अयोध्या पौराणिक दृष्टिकोण से समृद्ध तो है है, लेकिन कॉमन बिल्डिंग कोड के जरिए एक रंग में नजर आने वाली अयोध्या की सुंदरता रामनगरी को भौतिक रूप से भी भव्य बना रही है। भक्तिपथ हो, धर्मपथ या जन्मभूमि पथ, यहां अलग-अलग रंग में अयोध्या अलग-अलग रूप में निखरी नजर आ रही है। पूरी अयोध्या राम के रंग में रंगी है। शहर में सहादतगंज से लेकर रामघाट तक भगवान राम के बाल स्वरूप से लेकर वनवास और राजा राम तक के विभिन्न रूपों की मूर्तियां विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। रामायण के प्रसंगों से सजी अनेक मूर्तियां त्रेता की परिकल्पना को साकार करती दिख रही हैं।
दीपोत्सव हो या भव्य राम मंदिर से पहले ही अयोध्या का दीदार, यहां पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो गई है। यदि यह कहें कि यहां के पर्यटन में कई गुना वृद्धि हुई तो यह अतिश्योक्ति न होगी। धार्मिक, आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अयोध्या के साथ ही उत्तर प्रदेश में घरेलू व विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई। आध्यात्मिक रूप से तो अयोध्या का गौरव पुन: लौट आया, लेकिन इन सबके बीच योगी सरकार ने जरूरतमंद हाथों को रोजगार भी दिया। छोटे से छोटे कामों के जरिए योगी सरकार रोजगार के अवसर भी मुहैया करा रही है।राम मंदिर निर्माण हो या विभिन्न पथों पर कार्य, आसपास के युवाओं को रोजगार मिला। फूड कोर्ट, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि के जरिए भी रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। इस तरह अयोध्या धाम को विश्व पटल पर एक अलग पहचान मिलने जा रही है। सभी को 22 जनवरी को रामलला के मंदिर में स्थापित होने जा इंतजार है। इसकी तैयारी में सरकार ही नहीं बल्मि आम जनता तक पूरे मनोयोग से जुट गयी है।
————————————