किसान चौपाल का आयोजन शुरू
लखनऊ। चुनावी मौसम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी हर किसी को अपने साथ जोड?े का काम कर रही है। इसी क्रम भाजपा का किसान मोर्चा समाज के सबसे बड़े वोट बैंक अन्नदाताओं को साथ जोड?े के लिए अभियान चला रही है। वहीं मोर्चा द्वारा ग्राम पंचायतों में गठित किसान समितियों के पांच लाख सदस्य किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ ही विपक्ष की हवा निकालने का काम कर रहे हैं। साथ ही गांव गांव किसान चौपाल का आयोजन कर किसानों की समस्याओं को दूर करने का काम किया जा रहा है।
कोई भी चुनाव हो किसानों को हर दल अपने साथ रखने का प्रयास करता है। क्योंकि किसानों का सबसे बड़ा वोट बैंक है जिसमें सभी जातियां शामिल है।वहीं इस बड़े वोट बैंक को साधने के लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार किसानों के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। इन्हीं योजनाओ के जरिये इस वर्ग को अपने साथ जोड?े का काम भाजपा का किसान मोर्चा कर रहा है। वहीं किसान मोर्चा ने हर ग्राम पंचायत में 11 सदस्यीय किसान समिति का गठन किया है। इस समिति में उन्हीं किसानों को शामिल किया गया है जो गांव में ही निवास कर खेती का काम करते हैं। इन दिनों इस समिति में शामिल किसानों के सत्यापन का कार्य संगठन द्वारा किया जा रहा है। इस तरह प्रदेश में करीब पांच हजार भाजपा समर्थित किसानों की फौज तैयार है। यह समिति सप्ताह में एक दिन पंचायत में शामिल गांवों में ग्राम चौपाल का आयोजन करती है। इसमें केन्द्र एवं राज्य सरकार की लाभकारी योजनाओं पर चर्चा तथा छूटे किसानों को इसमें शामिल कराने का काम किया जा रहा है। साथ ही विपक्षी दलों द्वारा सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाज की हवा निकालने का काम भी इस समिति के किसान कर रहे है। यह समिति इन दिनों मतदाता पुनरीक्षण अभियान में 18 साल की आयु पूरे करने वाले युवाओं को नये मतदाता बनाने का काम कर रही है। साथ ही मौत अथवादूसरी जगह शिफ्ट होने वाले किसानों का नाम इस सूची से हटवाने का काम कर रही है।
प्रदेश के ढाई करोड़ किसानों में पीएम किसान सम्माननिधि का लाभ प्रदेश के दो करोड़ 18 लाख किसान ले रहे हैं। इसी तरह दो करोड़ से अधिक किसानों के लिए इज्जतघर बनाने का काम भी मोदी सरकार में किया गया। हर पंचायत में सामुदायिक शौचालय भी बनकर तैयार है। लगभग सभी पंचायतों में ग्राम सचिवालय कार्य कर रहे है जिसके जरिये किसानों के सभी जरूरी कार्य यहीं से सम्पन्न हो जाते हैं। इनमें अधिकारियों का भी अवागमन जारी रहता है।बड़े पैमाने पर प्रधानमत्री आवास का भी निर्माण किसानों के लिए किया जा रहा है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने बताया कि किसानों की आय दोगुना करने के लिए ही बीते 9 वर्षो में गेहूं धान की एमएसपी डेढ़ गुना से अधिक बढ़ाई जा चुकी है। दलहन तिलहन एवं श्रीअन्न का भी किसानों को वाजिब दाम मिल रहा है जो पहले नहीं मिलता था। उन्होंने बताया कि जिस अनुपात में अनाज के दाम बढ़ाये गए हैं उस अनुपात में खाद, बीज, मजदूरी के दाम नहीं बढ़े है। गन्ना का मूल्य बढ़ाने के लिए किसान मोर्चा का एक प्रतिनिधि मण्डल गत दिनों मुख्यमंत्री से मिल चुका है। जल्द ही बढ़े दामों के साथ गन्ने का रेट घोषित हो जायेगा। रही बात गन्ने की भुगतान की तो सपा बसपा सरकार के कार्यकाल से कहीं अधिक योगी सरकार ने महज छह साल में गन्ने का भुगतान किया। कई बंद चीनी मिलों को चलाने एवं और दर्जनों चीनी मिलों की पेराई की क्षमता बढ़ायी गयी। हाल में सरकार ने बजाज सुगर मिल की सम्पत्ति को अधिग्रहीत कर 1361 करोड़ रूपए बकाया गन्ने का भुगतान कराया। उन्होंने बताया कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने किसानों के हित सैकड़ों कार्य किये है। इन्हीं कार्यो को लेकर मोर्चा कार्यकर्ता किसानों के बीच जा रहे हैं। विपक्ष के पास किसानों के हित में कोई कार्य गिनाने को नहीं है। ऐसे में किसानों का बड़ा वर्ग भाजपा के साथ मजबूती से खड़ा है और 2024 में फिर केन्द्र में मोदी सरकार बनायेगा।
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