नई दिल्ली। मोदी ने कहा कि किसान हो, वीर जवान हो… किसका खून-पसीना इसमें नहीं मिला है। इसी माटी के लिए कहा गया है- चंदन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है। माटी स्वरूप इस चंदन को अपने सिर माथे पर लगाने के लिए हमसब लालायित रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरी माटी मेरा देश अभियान की अमृत कलश यात्रा के समापन कार्यक्रम को दिल्ली में संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अमृत महोत्सव स्मारक एवं अमृत वाटिका का शिलान्यास किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर कर्तव्य पथ एक ऐतिहासिक महायज्ञ का साक्षी बन रहा है। उन्होंने कहा कि आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कर्तव्य पथ एक ऐतिहासिक महायज्ञ का साक्षी बन रहा है। 12 मार्च 2021 को गांधी जी की प्ररेणा से साबरमती आश्रम से शुरू हुआ आजादी का अमृत महोत्सव अब 31 अक्टूबर 2023 आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर समापन का पल है। आज ये हुजूम एक नया इतिहास बन गया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक ओर जहां हम एक आयोजन का समापन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ये नए संकल्प की शुरूआत है। 21वीं सदी में ‘मेरा भारत युवा’ संगठन देश के विकास में बड़ी भूमिका निभाएगा। मेरी माटी मेरा देश इस बात का उदाहरण है कि कैसे युवा मिलकर हर लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के युवा कैसे संगठित होकर हर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान है। ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान में गांव-गांव, गली-गली से देश के युवा जुड़े। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी महान सभ्यताएं समाप्त हो गईं, लेकिन भारत की मिट्टी में वो चेतना है जिसने इस राष्ट्र को अनादिकाल से आज तक बचा कर रखा है। उन्होंने कहा कि ये वो माटी है, जो देश के कोने-कोने से, आत्मीयता और अध्यात्म, हर प्रकार से हमारी आत्मा को जोड़ती है। मोदी ने कहा कि किसान हो, वीर जवान हो… किसका खून-पसीना इसमें नहीं मिला है। इसी माटी के लिए कहा गया है- चंदन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है। माटी स्वरूप इस चंदन को अपने सिर माथे पर लगाने के लिए हमसब लालायित रहते हैं। उन्होंने कहा कि जो माटी का कर्ज चुका दे, वही जिंदगानी है! जो अमृत कलश यहां आए हैं, इनके भीतर मिट्टी के हर कण अनमोल हैं।