औरैया औरैया में महिला सशक्तिकरण अभियान की कड़ी में एक नया अध्याय जोड़ते हुए प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ ने आज के दिन की बधाई देते हुए कहा कि रामायण के रचनाकार त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि जयंती के पावन अवसर पर आप सभी जनपद वासियों को हृदय से अभिनंदन व शुभकामनाएं देते हैं। उन्होंने नारी शक्ति का वंदन करते हुए, जो अधिनियम पारित हुआ है उसके समर्थन में इस सम्मेलन कार्यक्रम के दौरान उपस्थित माता बहनों को देखकर आज मैं समझा कि हमारे पूर्वज नारी को शक्ति का स्वरूप क्यों मानते रहे है। उनके द्वारा अपने कार्य को समय से पूरा करना तथा पूरी प्रतिबद्धता के साथ जिम्मेदारी का निर्माण करते हुए सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करना यदि किसी से सीखना है। तो नारी शक्ति से ही सीखें। आज का कार्यक्रम इसका एक अनूठा उदाहरण है।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश की नई संसद भवन के पहले सत्र के दौरान नारी सशक्तिकरण के लिए आरक्षण अधिनियम को संसद में पारित कराकर नारी शक्ति को सशक्त और सम्मानित किया है और इस सम्मान को भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित कराकर आने वाली पीढ़ी के लिए एक नई प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया है। इसका आभार प्रकट करने के लिए हम और आप सब यहां उपस्थित हुए हैं। हम सब जानते हैं कि कोई समाज तब तक स्वावलंबी और सशक्त नहीं हो सकताए जब तक कि उसे समाज की आधी आबादी यानी नारी शक्ति को सुरक्षा और सम्मान के साथ जीवन यापन करने को न मिले। इसी को ध्यान में रखते हुए माननीय प्रधानमंत्री जी ने संसद के अंदर पूरी तत्परता के साथ इस आरक्षण अधिनियम को देश की मातृशक्ति को समर्पित किया है। आधी आबादी को सशक्त किए बिना विकास की परिकल्पना करना वास्तव में बेमायने होगा। इसी को ध्यान में रखकर हमारी डबल इंजन सरकार विकास के कार्यों को आगे बढ़ाने में निरंतर लगी हुई है।
पहले आंकड़े चौंकाने वाले आते थे जिसमें सामाजिक बुराई जैसे भ्रूण हत्या होती थीए बेटियां और बेटों का असंतुलन व्यवहार में आता था। परंतु आज केंद्र सरकार के निर्देशन में देश में कई ऐसी योजनाएं संचालित हैं जिनसे बेटियों को सशक्त बनाया जा रहा है और कुरीतियों पर रोक लगाई जा रही है। कन्या सुमंगला योजना इसी का एक अनूठा उदाहरण हैए जिसके अंतर्गत बेटियों को 15000/- की धनराशि प्रदान की जा रही है और नए सत्र में यह धनराशि 25000/- करने का निर्णय लिया जा चुका है। इसके लिए बजट का प्रावधान भी किया जा रहा है। इसके अलावा बेटी जब जन्म लेती है तो सरकार की ओर से बेटी के जन्म रजिस्ट्रेशन के साथ ही उसके अकाउंट में पैसा चला जाता हैए जो की साक्षात लक्ष्मी के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया जाता है। बेटी के जन्म से लेकर उसकी शिक्षा तक की योजनाओं को सरकार द्वारा निरंतर संचालित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रदेश की गरीब बेटियों की शादी की भी जिम्मेदारी ले रखी है।
जो लोग जाति के भेदभाव को रखते हुए विकास कार्यों में रोड़ा बने हुए थे उन्होंने आम लोगों को विकास से दूर रखा था। लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि जनपद औरैया में 145 परियोजनाएं मिलेगी, जिनकी लागत लगभग छह अरब 88 करोड रुपए है। विकास का सपना सच हो रहा है जनपदों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण, स्कूलों का निर्माण, आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण के अलावा कई अन्य आमजन के हित में निर्माण कार्य किए जा रहे हैं और विकास को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह विकास कार्यों का ही परिणाम है कि हर गांव, जनपद, क्षेत्र में दिख ही नहीं रहा है बल्कि आमजन उसका उपयोग भी कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार अपनी योजनाओं को बिना किसी भेदभाव के गरीब लोगों तक पहुंच रही है। हमने जातिवाद परिवार वाद के नाम पर नहीं बल्कि क्षेत्र में विकास के आधार पर कार्य किया है। माननीय प्रधानमंत्री जी मोदी जी ने हमें एक नारा दिया है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सब का प्रयास के साथ ही हम जनउपयोगी योजनाएं संचालित कर रहे हैं। आज के परिवेश में अराजकता फैलाने वाले, गुंडागर्दी करने वालों को किसी भी प्रकार की छूट नहीं है। अब त्योहारों पर दंगा और अराजकता नहीं फैलती। सभी लोग खुशहाली के साथ पर्व मनाते हैं। जिसका एक अनूठा उदाहरण अभी वर्तमान में दशहरा, नवरात्रि में सभी जनपदों के विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए हैं। हमारी डबल इंजन की सरकार ने महिलाओं के चहुमुखी विकास को दृष्टिगत रखते हुए सरकारी नौकरी के साथ.साथ अन्य जगहों पर भी उनके लिए 33 प्रतिशत आरक्षण कर दिया है।
प्रदेश सरकार ने विश्व स्तर पर गोल्ड मेडल लेने वाली महिला खिलाड़ियों को 3 करोड़ की धनराशि के साथ.साथ डिप्टी एसपी के पद पर नियुक्ति भी दी जाएगी। हमारी सरकार ने डेढ़ लाख से अधिक महिलाओं को सरकारी नौकरी दी है। प्रत्येक क्षेत्र में सरकारी योजना व नौकरी से महिलाओं को सम्मान दिया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने बेबी लवी को अन्नप्राशन कर खिलाया पहला अन्न तथा बेबी आयु को चांदी के कड़े पहना कर दिया आशीष। महिला सशक्तिकरण के तहत महिलाओं को प्रोत्साहन राशि दी।