लखनऊ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 जातीय जनगणना के मुद्दे पर होगा। उन्होंने कहा कि प्रभावी नीतियां बनाने के लिए जातीय जनगणना जरूरी है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना को लेकर बड़ी बात कही है। अखिलेश यादव ने कहा कि अगला चुनाव जातीय जनगणना के मुद्दे पर होगा। जातीय जनगणना की हमारी लड़ाई बहुत पुरानी है। नेताजी मुलायम सिंह यादव, शरद यादव और लालू प्रसाद यादव ने जातीय जनगणना की मांग की थी। उस समय की सरकार ने गिनती की लेकिन आंकड़े कभी बाहर नहीं आने दिए। आज बिहार में जो सर्वे किया गया है, उससे एक नई उम्मीद जगी है। अब चाहे दिल्ली की सरकार हो या कहीं की जातीय जनगणना करानी ही पड़ेगी। जातीय जनगणना से कम से कम ये पता लगेगा कि हमारी आबादी का स्वरूप क्या है और हम कैसे उन गरीब लोगों की मदद कर सकते हैं। जातीय जनगणना के तहत अगर नीतियां बनेंगी तो सामाजिक न्याय की बाबा साहब की कल्पना पूरी होगी। अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र में कांग्रेस भी अब जातीय जनगणना के पक्ष में है जो एक चमत्कार है। उन्होंने कहा, पार्टी के लोग बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों को लेकर निकलेंगे। घर-घर जाकर बताएंगे कि किस तरह भाजपा ने संविधान के सामने संकट पैदा कर दिया है। नई लोकसभा के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का संविधान भी बदलने की तैयारी कर रही है।