नई दिल्ली। ड्रोन अनुप्रयोगों की एक विविध श्रृंखला शामिल होगी, जिसमें सर्वेक्षण ड्रोन, कृषि ड्रोन, अग्नि शमन ड्रोन, सामरिक निगरानी ड्रोन, हेवी-लिफ्ट लॉजिस्टिक्स ड्रोन, लॉटरिंग मूनिशन सिस्टम, ड्रोन झुंड और काउंटर-ड्रोन समाधान शामिल हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर भारत ड्रोन शक्ति-2023 प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए भारतीय वायु सेना के पहले सी-295 मेगावाट परिवहन विमान को शामिल किया। प्रेरण समारोह के दौरान एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी सहित शीर्ष सैन्य अधिकारी उपस्थित थे। विशेष रूप से, भारतीय वायुसेना घरेलू ड्रोन डिजाइन और विकास की क्षमता को मान्यता देने के लिए संयुक्त रूप से भारत ड्रोन शक्ति 2023 की मेजबानी करने के लिए ड्रोन फेडरेशन आॅफ इंडिया के साथ काम कर रही है। “भारत ड्रोन शक्ति-2023” कार्यक्रम 25 और 26 सितंबर को आयोजित किया जाएगा और इसमें लाइव हवाई प्रदर्शन होंगे। भारत में सैन्य और गैर-सैन्य दोनों उद्देश्यों के लिए ड्रोन का उपयोग बढ़ रहा है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन प्रदर्शनों में ड्रोन अनुप्रयोगों की एक विविध श्रृंखला शामिल होगी, जिसमें सर्वेक्षण ड्रोन, कृषि ड्रोन, अग्नि शमन ड्रोन, सामरिक निगरानी ड्रोन, हेवी-लिफ्ट लॉजिस्टिक्स ड्रोन, लॉटरिंग मूनिशन सिस्टम, ड्रोन झुंड और काउंटर-ड्रोन समाधान शामिल हैं। इस आयोजन में 75 से अधिक ड्रोन स्टार्ट-अप और कॉपोर्रेट संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी भी देखी जाएगी। राजनाथ सिंह ने इसको लेकर एक एक्स किया। उन्होंने लिखा कि हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर उ-295 टह के अनावरण समारोह में भाग लिया। यह मीडियम लिफ्ट सामरिक विमान बिना तैयार लैंडिंग ग्राउंड से उड़ान भरने और उतरने में सक्षम है और यह ऌर-748 एवरो विमान की जगह लेगा। सी-295 के शामिल होने से भारतीय वायुसेना की मध्यम लिफ्ट सामरिक क्षमता में वृद्धि होगी। आने वाले वर्षों में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।