नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा पर तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बड़ा बयान दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के सवाल के सवाब में कहा कि पूरी हिम्मत है…चीन पे भी..मैं चर्चा करने के लिए तैयार हूं और सीना चौड़ा करके चर्चा करने के लिए तैयार हूं। अधीर रंजन चौधरी ने पूछा था कि क्या उनमें लोकसभा में चीन मुद्दे पर चर्चा करने का साहस है। दरअसल, लोकसभा में चंद्रयान 3 को लेकर चर्चा हो रही थी। इसकी दौरान यह सब हुआ। रक्षा मंत्री ने कहा कि किसी राष्ट्र की अस्मिता को अक्षुण्ण रखने के लिए जिस तरह से वहां की सीमाई सुरक्षा और बाकी अन्य चीजों की सुरक्षा की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार उसकी अस्मिता को बनाए रखने के लिए वहां की संस्कृति की सुरक्षा भी उतनी ही आवश्यक होती है। राजनाथ ने कहा कि राष्ट्र के उपयुक्त विकास के लिए अनेक प्रकार की सुरक्षा से अवगत होंगे। आप सभी सीमा सुरक्षा, आर्थिक सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, और पर्यावरण सुरक्षा के बारे में अवगत होंगेक अब तो स्पेस और साइबर सुरक्षा जैसे नए-नए आयाम भी इसमें जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व का इतिहास आप उठाकर देखिए, तो आप पाएँगे कि कोई भी ऐसा राष्ट्र नहीं है, कोई भी ऐसा समाज नहीं है, जिसने सांस्कृतिक पुनर्जागरण के बिना आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक और वैज्ञानिक प्रगति की हो। जब तक संस्कृति, समाज को जीवंत नहीं करती, उन्नत नहीं करती, उसे एक दिशा नहीं देती, तब तक समाज जड़ बना रहता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि चंद्रयान 3 की सफलता कोई अपवाद नहीं है। यह सहस्त्राब्दियों से चली आ रही हमारी सामाजिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक धारा का सहज विकास है। इस सफलता के सूत्र हमारे अतीत में ही छिपे हैं। ऐसा अतीत, जहाँ वैज्ञानिकता एक स्वभाव के रूप में विद्यमान थी। जहाँ विज्ञान और आस्था के बीच एक सामंजस्य था।