आईईडी का पता चलने के बाद सुरक्षा बलों ने सख्ती बढ़ा दी और बारामूला में यातायात रोक दिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस भारतीय सेना मौके पर मौजूद है। संदिग्ध आईईडी को निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) को बुलाया गया। जम्मू कश्मीर में आतंकी हर तरह से शहर में शांति को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन भारतीय सेना उनसे एक कदम आगे चलकर उनकी अधिकतर कोशिशों को नाकाम कर रही हैं। कश्मीर में एक बार फिर से पाक के आतंकियों की साजिश को नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया है।सोमवार को श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का समय पर पता चलने से एक बड़ी त्रासदी टल गई। सोमवार तड़के राष्ट्रीय राजमार्ग पर हांजीवीरा में बलों को एक बैग में रखा संदिग्ध आईईडी मिला। आईईडी का पता चलने के बाद सुरक्षा बलों ने सख्ती बढ़ा दी और बारामूला में यातायात रोक दिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस भारतीय सेना मौके पर मौजूद है। संदिग्ध आईईडी को निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) को बुलाया गया। समाचार एजेंसी के अनुसार, बम निरोधक दस्ते ने संदिग्ध वस्तु को सुरक्षित रूप से पास के खेतों में स्थानांतरित कर दिया और बिना किसी नुकसान के नियंत्रित विस्फोट के माध्यम से इसे नष्ट कर दिया। इससे पहले 3 सितंबर को, सुरक्षा बलों ने सीमावर्ती जिले राजौरी के सांगपुर गांव में एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर आईईडी जैसी सामग्री पाई और उसे नष्ट कर दिया। आईईडी को एक टिफिन बॉक्स के अंदर रखा गया था और सेना की सड़क खोलने वाली पार्टी को जम्मू-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सांगपुर गांव में सड़क के किनारे पड़ा हुआ मिला। आधिकारिक सूत्रों ने कहा, राजौरी के संगपुर गांव में एनएचडब्ल्यू के किनारे आईईडी जैसी सामग्री देखी गई, जिसके बाद सड़क बंद कर दी गई।