लखनऊ। ‘अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस’ के अवसर पर नवयुवग कन्या महाविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग’ द्वारा साक्षर नारी: सशक्त नारी विषय पर स्लोगन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के सभी विभागों की छात्राओं ने प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के आरंभ में शिक्षा शास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष श्रीमती सुनीता सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के विषय में छात्राओं को जानकारी दी। श्रीमती सुनीता सिंह ने बताया कि साक्षरता दिवस को मनाने का फैसला 7 नवंबर 1965 में लिया गया। यूनेस्को ने इस दिन यह तय किया की साक्षरता दर को बढ़ाने के लिए दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाएगा। इसी को ध्यान में रखकर 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गयाव साक्षरता दिवस 2023 की “थीम परिवर्तनशील दुनिया में साक्षरता को बढ़ावा देना: स्थाई और शांतिपूर्ण समाज की नींव का निर्माण करना” है रखी गई है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा शास्त्र विभाग की प्रवक्ता श्रीमती ऐश्वर्या सिंह के द्वारा किया गया एवं शिक्षा शास्त्र विभाग की प्रवक्ता साक्षी पाल ने कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने छात्राओं को शुभकामनाएं दी एवं ‘साक्षर नारी सशक्त नारी’ विषय के प्रति जागरूक किया एवं उनको यह बताया कि कैसे वह अपने आसपास की लड़कियों को भी साक्षर एवं शिक्षित होने के लिए प्रेरित कर सकती हैं और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे सकती हैं।
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के सदस्य सदस्यों में समाजशास्त्र विभाग की डॉक्टर अपर्णा राय, अर्थशास्त्र विभाग की डॉक्टर अंजुला कुमारी एवं अर्थशास्त्र विभाग की डॉक्टर श्वेता उपाध्याय धर थी। प्रतियोगिता का परिणाम इस प्रकार है-
भाषण प्रतियोगिता
प्रथम पुरस्कार- काजल अवस्थी, बी.ए. पंचम सेमेस्टर।
द्वितीय पुरस्कार सबा बानो, बी.ए. प्रथम सेमेस्टर।
तृतीय पुरस्कार- कीर्ति कश्यप, बीए प्रथम सेमेस्टर।
सांत्वना पुरस्कार- कल्याणी पांडे, बी.ए. पंचम सेमेस्टर।
स्लोगन प्रतियोगिता:
प्रथम पुरस्कार- कल्याणी पांडे, बी.
ए. पंचम सेमेस्टर।
द्वितीय पुरस्कार- रोशनी, बीएड थर्ड सेमेस्टर।
तृतीय पुरस्कार- रुचि मिश्रा, बी.ए. तृतीय सेमेस्टर।
सांत्वना पुरस्कार- अर्पित गुप्ता, बी.ए. पंचम सेमेस्टर।