आदित्य बाजपेई
लखनऊ।सदी के तीन महानतम पार्श्व गायकों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से जानी मानी सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था सुर ताल संगम के सभी प्रमुख पदाधिकारियों और सदस्यों ने एक अविस्मरणीय सुरमयी शाम को सदाबहार गीत संगीत से बखूबी सजा कर पार्श्व गायक मोहम्मद रफ़ी, मुकेश और किशोर कुमार को उनके ही गीतों से गुलजार किया।इस शानदार कार्यक्रम का आयोजन बाराबंकी स्थित यंग स्ट्रीम इंटर कालेज के सभागार में हुआ। सुर सरताज सीज़न 3 का आयोजन विद्यालय में बतौर प्रधानाचार्य सेवारत विनय प्रकाश श्रीवास्तव के कुशल नेतृत्व तथा सफल प्रयासों से उत्कृष्टता के साथ संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय प्रबंधक श्री के एम चतुर्वेदी, विशिष्ट अतिथि की भूमिका में अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कवि गजेन्द्र सिंह प्रियांशु, नगर पालिका परिषद की ईओ पल्लवी सिंह, प्रधानाचार्य सुधांशु चतुर्वेदी, आर एस धीमान, पूर्व प्रधानाचार्य राजकुमार तिवारी सहित शहर के तमाम गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम को विधिवत आरंभ किया। इसके पश्चात अनुभवी जन मंच के संरक्षक जसबीर सिंह ने मोहम्मद रफ़ी के भजन सुख के सब साथी, अध्यक्ष राजेंद्र नाथ ने पर पर दिल के पास, प्रवक्ता डॉ राजीव अग्रवाल ने जाने चले जाते हैं कहां जैसे यादगार गीतों की प्रस्तुतियों का जो सिलसिला शुरू किया वह देर रात तक तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अबाध गति से चलता रहा। संस्था के पदाधिकारियों, स्थानीय कलाकारों सहित विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर खूब वाहवाही बटोरी।किशोर कुमार, मुकेश और मोहम्मद रफ़ी के लोकप्रिय गीतों की श्रंखला में संस्था की डायरेक्टर एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध गायिका डॉ जया श्रीवास्तव ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में प्रस्तुतियों और संचालन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ऐमन और अमन का चुलबुला सा युगल गीत, विनय श्रीवास्तव का दार्शनिकता से लबरेज सजन रे झूठ मत बोलो, अभय, वंदना श्रीवास्तव , हरीश गौड़, अनीता सिंह , आकर्ष, अंशुमन दास, आरुषी, संदीप, शिवेंद्र वर्मा, विनीत चौधरी, अमन, साक्षी, अक्षत सोनी आदि ने बेहतरीन गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को चार चांद लगा दिए।सभी गणमान्य अतिथियों, पदाधिकारियों एवं कलाकारों को बुके, अंगवस्त्र, माल्यार्पण तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
संगीत समारोह के अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं डॉ जया श्रीवास्तव व सहर जावेद फारुकी ने कार्यक्रम आयोजक विनय प्रकाश श्रीवास्तव तथा समस्त अनुभवी जन मंच की टीम को ऐसे अप्रतिम आयोजन के लिए साधुवाद दिया तथा मुख्य अतिथि की भूमिका निभा रहे श्री के एम चतुर्वेदी ने बार बार ऐसे रोचक और मनोरंजक कार्यक्रमों के होते रहने के लिए प्रेरक वक्तव्य से कार्यक्रम समापन की घोषणा की।