सीतापुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां महर्षि वेद व्यास धाम के समीप नैमिषारण्य में आयोजित स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम और जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीतापुर के विकास के लिए 550 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। इसके अंतर्गत 91 करोड़ की 29 परियोजनाओं का लोकार्पण और 460 करोड़ की 45 परियोजनाओं का शिलान्यास सीएम के कर कमलों से संपन्न हुआ। इस दौरान मुख्मयंत्री ने सभी से सीतापुर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की अपील की। साथ ही यह भी कहा कि जितने भी स्वच्छताग्राही हैं इनको न्यूनतम वेतन की गारंटी सरकार देगी। इसके लिए कमेटी गठित की गई है, उसकी रिपोर्ट को सरकार लागू करेगी। अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तीर्थ की महिमा का गान संत तुलसीदास जी ने श्रीरामचरित मानस में किया है, वहां आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि आसुरी शक्तियों के खिलाफ महर्षि दधीचि के त्याग और बलिदान की इस भूमि पर सूत जी ने शौनक आदि 88 हजार ऋषि-मुनियों को पुराण की कथा सुनाकर, भारत की ज्ञान परंपरा को धरोहर के रूप में आने वाली पीढ़ी को देने के लिए लिपिबद्ध करने के कार्य को आगे बढ़ाया था। मगर आजादी के बाद से इस पवित्र भूमि की उपेक्षा ही की गई। महर्षि वेद व्यास का आश्रम हो या यहां के अन्य पवित्र तीर्थों की सदैव उपेक्षा की गई। यहां जैसा विकास होना चाहिए था वो नहीं हुआ। मगर आज डबल इंजन की सरकार नैमिष तीर्थ के विकास के लिए महा अभियान चला रही है। नैमिष तीर्थ के साथ साथ सीतापुर के लिए साढ़े पांच सौ करोड़ की परियोजनाओं की शुरूआत हो रही है। उन्होंने व्यापारियों, पुजारियों, पंडे, माली, स्वच्छता कर्मी को आश्वस्त किया कि डबल इंजन की सरकार सबके पुनर्वास की व्यवस्था करेगी। उन्होंने कहा कि जिस दिन ये जनपद के विकास की योजनाएं प्रभावी ढंग से मूर्तरूप लेंगी सबकी आमदनी कई गुना बढ़ जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी से नैमिष तीर्थ की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ”कृतेच प्रति कर्तव्यम्, ऐश धर्म सनातन:” अर्थात् सनातन धर्म वही है। जिसमें हम अपने प्रति किये गये कार्यों को लेकर कृतज्ञता ज्ञापित करें। यह समय पितृपक्षा का है, ऐसे में हमें अपने पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करनी चाहिए। पितरों और देवी देवताओं को स्वच्छता प्रिय होती है। हमें नदियों, तीर्थों, मठ, मंदिरों, सड़क, स्कूल, अस्पताल, पार्क आदि सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखते हुए पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहिए। इस अवसर पर प्रदेश सरकार में मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, सुरेश राही, सांसद राजेश वर्मा, बीजेपी क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा, सहित विधायक, विधानपरिषद् सदस्य, पूर्व विधायक एवं बीजेपी के पदाधिकारीगण विशेष रूप से मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने इसके उपरांत अधिकारियों के साथ नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद् के अंतर्गत गतिमान परियोजनाओं और विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने नैमिषारण्य धाम एवं उसके समीप पर्यटक स्थलों के जीर्णोद्धार, नवनिर्माण तथा सुंदरीकरण की परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने हर परियोजना के लिए समय-सीमा निर्धारित करते हुए उसे गुणवत्ता के साथ समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने चक्रतीर्थ, मां ललिता देवी मंदिर, व्यास गद्दी, सूत गद्दी आदि प्रमुख स्थलों की व्यवस्थाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली और जरूरी दिशा निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के बाद नैमिषधाम में देश-दुनिया से पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आगमन तेजी से बढ़ेगा। पर्यटन मानचित्र पर जनपद सीतापुर प्रमुखता से अंकित होगा।