अनुराग त्रिवेदी
लखनऊ । प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने 07 अगस्त (सोमवार) से प्रारंभ हो रहे 18वीं विधान सभा वर्ष 2023 के द्वितीय सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है। विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया। बैठक में विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि यह देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही पूरे देश के विधान मण्डलों के लिए एक मानक और आदर्श भी उपस्थिति करती है। विधान सभा अध्यक्ष ने सभी दलीय नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के साथ रखे। साथ ही प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें। श्री महाना ने दलीय नेताओं से अपेक्षा करते हुए कहा कि जिस तरह पूर्व के सत्रों में आप सभी का सहयोग मिला है। इसी तरह के सहयोग की उम्मीद इस बार भी है। इस अवसर पर सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष की कार्य शैली की सराहना करते हुए कहा कि आपके दिशा निर्देशन में विधान सभा में कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। उम्मीद है कि भविष्य में भी नये प्रयोग के साथ विधान सभा में नए नए परिवर्तन देखने को मिलेगें। इस बात पर विधान सभा अध्यक्ष ने अपनी सहमति व्यक्त की। सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता के साथ विकास को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगी। सरकार सभी मुद्दे पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है। संसदीय कार्य मंत्री ने मुख्यमंत्री की भावना के अनुरूप सभी दलीय नेताओं से सदन में शांतिपूर्ण सहयोग करने की अपील की। इससे पूर्व कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक में विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सत्र के पहले दिन निधन के निदेश तथा के 07 व 11 अगस्त को मा0 सदस्यों के जन्म दिन की उनको बधाई दी जायेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वदलीय नेताओं से सहयोग करने के साथ ही कहा कि पिछले सवा एक वर्ष में उत्तर प्रदेश विधान सभा नवाचार के लिए जानी जा रही है। उत्तर प्रदेश में जितना नवाचार देखने को मिल रहा है। वह देश की किसी भी विधान सभा में देखने को नहीं मिला है। इस नवाचार से उ0प्र0 की जनता एवं आने वाले अतिथियों को विधानसभा को जानने का अवसर मिलेगा। उत्तर प्रदेश की विधान सभा में काफी बदलाव हुए जिसे देश ने सराहा है। जिस रचनात्मकता के लिए उ0प्र0 प्रदेश विधान सभा को जाना जा रहा है। हम सभी को मिलकर उसे समृद्ध करना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन में सभी सदस्यों को सकारात्मक बहस में भाग लेना चाहिए क्योंकि जब किसी को कोई नही मिलता है तो वह जनप्रतिनिधि के पास जाता है। उन्होंने सभी दलीय नेताओं से अनुरोध किया कि आप सभी अपने-अपने विधायकों की सूची बनाकर उन्हें बोलने का अवसर प्रदान करें। बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के स्थान पर मनोज पाण्डेय, राष्ट्रीय लोकदल विधानमंडल दल के नेता राजपाल सिंह बालियान, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के नेता संजय निषाद, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर, कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना,’ जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भइया’, बहुजन समाज पार्टी के नेता, उमाशंकर सिंह ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में हर तरह का सहयोग देने का आश्वासन दिया। इससे पूर्व आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डिजिटल वीथिका का भ्रमण करने के उपरान्त विधानभवन के प्रथम तल पर पहुंचे जहां उन्होंने नवनिर्मित डिजिटल कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने द्वितीय तल पर स्थित नवीनीकृत गैलरी एवं भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नवनिर्मित कार्यालय का उद्घाटन किया। यहां कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष का उद्घाटन किया। साथ ही विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के एक वर्ष के कार्यकाल पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन और विधानसभा गाइडेड टूर की वेबसाइट का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर सभी दलीय नेताओं के साथ प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, मंत्री बेबी रानी मौर्य, एवं कार्य मंत्रणा समिति के सदस्य अन्य गणमान्य सहित उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव, प्रदीप कुमार दुबे, प्रमुख सचिव, प्रमुख संसदीय कार्य व अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहें।