गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम एनेक्सी भवन सभागार में एनएचएआई के यूपी में चल रहे प्रोजेक्ट्स की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह भी उपस्थित रहे। बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जारी एनएचएआई की परियोजनाओं की सिलसिलेवार समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रयागराज में 2025 में होने वाले कुंभ मेला को देखते हुए इससे जुड़ी परियोजनाओं को नवंबर 2024 तक हर हाल में पूर्ण करा लें। साथ ही प्रदेश में राजमार्ग क्षमता का विस्तार करते हुए फोरलेन को सिक्सलेन में विस्तारित करें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को मजबूत करने के लिए राजमार्ग पर हर किलोमीटर के अंतराल पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। सीएम ने गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन को मार्च 2024 तक पूरा कराने और कार्यों के गुणवत्ता की जांच के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम एनेक्सी भवन सभागार में एनएचएआई के यूपी में चल रहे प्रोजेक्ट्स की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह भी उपस्थित रहे। बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जारी एनएचएआई की परियोजनाओं की सिलसिलेवार समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश की रोड कनेक्टिविटी विश्वस्तरीय हुई है। इसे निरंतर गति देते हुए सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जनवरी 2025 में प्रयागराज में कुंभ का भव्य आयोजन होना है। लाखों की संख्या में यहां लोग पहुंचेंगे, सुलभ और सहज आवागमन के लिए रोड कनेक्टिविटी को और शानदार करना है। इसके लिए एनएचएआई प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं को प्राथमिकता पर रखते हुए समय सीमा के भीतर पूर्ण करा ले। सभी कार्य किसी भी दशा में नवंबर 2024 तक पूरे हो जाने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने भविष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज में शंकर मंडपम मंदिर से त्रिवेणी तक रोप-वे बनाने के लिए कार्ययोजना तेजी से आगे बढ़ाने को निर्देश दिए। सीएम योगी ने अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों में एनएचएआई की परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जनवरी 2024 में श्रीराम लला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। इसके बाद देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी। इसे देखते हुए अयोध्या की परियोजनाओं में और तेजी लाने की जरूरत है।