बीकापुर अयोध्या। कोतवाली बीकापुर के सहजपुर गांव में सोमवार दोपहर करीब एक बजे एक घर में भीषण आग लग गई। आग में मां अपनी पांच मासूम बेटियों के साथ फंस गई। ग्रामीणों व सफाईकर्मियों ने साहस का परिचय देते हुए सभी को सकुशल बाहर निकाला, हालांकि मां मामूली रूप से झुलस गई, जिसे सीएचसी में भर्ती कराया गया है। आग लगने के कारण अज्ञात है।
सहजपुर गांव निवासी मुन्नालाल मजदूरी कर अपनी पत्नी व पांच बेटियों का पेट पालता है। सोमवार दोपहर संदिग्ध परिस्थितयों में उसके घर में अचानक आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि मां राधा पत्नी मुन्नालाल तथा उसकी पांच पुत्रियां नैना (10), वंदना (8), श्वेता (6), अर्चना (4), व डेढ़ वर्षीय दर्शना घर के अंदर ही फंस गए व बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। आग लगी देख गांव के लोग दौड़े तो देखा घर के अंदर चीख पुकार मची हुई है। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मी, फायरकर्मी, ग्रामीण व सफाईकर्मियों ने साहस दिखाते हुए दरवाजे पर लगी आग बुझाकर अंर फंसी मां व उसकी बेटियों को बाहर निकाला। इसमें मां राधा का दोनों हाथ झुलस गया जबकि सभी बेटियां बाल बाल बच गई। सभी को सीएचसी बीकापुर भेजवाया गया।
इस घटना में उसका गृहस्थी का सामान, अनाज आदि जल गया। मौके पर पहुंचे लेखपाल भवानी प्रसाद यादव ने नुकसान का आकलन करके रिपोर्ट तहसील भेजी। क्षेत्राधिकारी बीकापुर पीयूष पाल ने सीएचसी में पहुंचकर घायल बच्चियों व उसकी मां का हाल चाल जाना। उन्होंने प्रभारी निरीक्षक बीकापुर लालचंद सरोज को घटना के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए।
ग्राम प्रधान बजरंग प्रसाद ने बताया कि परिवार बहुत ही गरीब है किसी तरह मेहनत मजदूरी करके बच्चों का भरण पोषण करता है l घायलों को लेकर अस्पताल पहुंचे पूर्व प्रधान अवधेश कुमार ने बताया कि परिवार की हर संभव सहायता की जाएगी। बताया कि सभी को बाहर निकालने में आधा दर्जन सफाई कर्मियों ने काफ़ी सहयोग किया। इन कर्मियों में धीरेंद्र कुमार, फूलचंद आदि मौजूद रहे।