अलीगढ़ (उप्र)। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पिछड़ों, गरीबों के कल्याण और राम मंदिर निर्माण के बाबूजी (कल्याण सिंह) के सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरा किया है। सोमवार को यहां प्रदर्शनी मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित हिंदू गौरव दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने कहा जब बाबूजी उप्र के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन को गति दी, गरीबों के कल्?याण के भाजपा के विचार को जमीन पर उतारा और सामाजिक सद्भाव बिगाड़े बगैर पिछड़े समाज के लोगों के कल्याण को अपना लक्ष्य बनाया। मुझे खुशी है कि जो शुरूआत बाबूजी करके गए थे, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले नौ वर्षों में उसे पूरा किया। अमित शाह ने भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारों के बीच कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी और कहा दिल्ली से आज एक ही काम के लिए आया हूं। भाजपा के वरिष्ठ नेता, राम भक्त और पिछड़ों के कल्याण के लिए उप्र में कार्यक्रम शुरू करने वाले कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने आया हूं। उन्होंने कहा सभी लोगों के जीवन में कुछ पल आते हैं, जो उस व्यक्ति का परिचय करा देते हैं। बाबूजी के जीवन में ऐसे पल आए। राम भक्तों का सैलाब अयोध्या में उमड़ पड़ा। लोगों ने दबाव बनाया कि गोलियां चलाकर कारसेवकों को रोका जाए। बाबूजी ने उस पल निर्णय लिया – मैं गोली नहीं चलाऊंगा, मैं मुख्यमंत्री पद त्याग दूंगा।
शाह ने कहा कि बाबूजी वैचारिक प्रतिबद्धता, प्रशासनिक कुशलता और पिछड़ों और गरीब के प्रति अति संवेदना के प्रतीक थे। अमित शाह ने राम मंदिर के प्रति उनकी आस्था का जिक्र करते हुए कहा, ह्लमोदी जी ने जब श्री राम मंदिर का शिलान्यास किया उस समय मैं कोरोना के कारण अस्पताल में था। उस दिन मैंने बाबूजी को फोन किया तो उन्होंने कहा था- मेरा जीवन धन्य हो गया, मेरे जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया। शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा,राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण का काम अधूरा था। कांग्रेस पार्टी आजादी के बाद से राम जन्म भूमि के मसले को अटका रही थी, भटका रही थी, लटका रही थी। शाह ने कहा आज हम सबको खुशी है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2024 के आरंभ में रामलला साढ़े पांच सौ साल बाद अपने घर के अंदर, अपने भव्य मंदिर में बिराजेंगे। उस दिन दुनिया भर के राम भक्तों में संतोष और गौरव का भाव होगा। उन्होंने उम्मीद जताई की 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सभी 80 सीटों पर जीत हासिल करके 73 सीटों पर जीत का पिछला रिकॉर्ड तोड़ेगी।
उन्होंने कहा अगर ऐसा होता है तो बाबूजी को इससे बड़ी कोई श्रद्धांजलि नहीं हो सकती। पिछड़ों और गरीबों के प्रति कल्याण सिंह के रुख की चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि मोदी जी ने गैस का चूल्हा, बिजली, शौचालय, पीने का पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं और पांच किलो अनाज देकर गरीबों के कल्?याण का लक्ष्य पूरा किया है। उन्होंने कहा कि बाबूजी ने कभी जातिवाद की बात नहीं की, लेकिन हमेशा पिछड़े समाज की जातियों को मजबूत बनाने का काम किया। मोदी जी ने भी पिछड़ी जाति के लोगों को सुविधाएं प्रदान कीं। शाह ने कहा, मोदी ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। नीट की परीक्षा में ओबीसी को आरक्षण देने की बात की। गरीबों को भी आरक्षण दिया। नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूलों में पिछड़े समाज को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। उन्होंने कहा, मोदी जी ने गरीब कल्याण, पिछड़ों का सम्मान और राम मंदिर का अधूरा काम, तीनों कामों को नौ साल के अंदर अंजाम तक पहुंचाने का काम किया है। शाह ने कल्याण सिंह के साथ अपने जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने बताया कि 2013 में जब वह राज्य प्रभारी (भाजपा) के रूप में उत्तर प्रदेश आए थे तो कल्याण सिंह ने उनका मार्गदर्शन किया था।
शाह ने कहा कहा मैं उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनकर आया था, राज्य की जरा भी जानकारी नहीं थी, बाबूजी ने मुझे लगातार 11 घंटे बिठाकर उत्तर प्रदेश के हर जिले की बारीकियों से अवगत कराया। अगस्त 2013 से चुनाव तक हर दिन सुबह शाम उन्होंनेमार्गदर्शन किया। परिणाम आया तो मोदी जी के नेतृत्व में 73 सीटों पर भाजपा विजयी हुई। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा उप्र में 1991 में कल्याण सिंह के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने के बाद राज्य में पहली बार सुरक्षा, सुशासन का माहौल बना था। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत कई प्रमुख लोगों ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में कल्याण सिंह के पुत्र और भाजपा सांसद राजवीर सिंह राजू समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे। दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे। 21 अगस्त 2021 को उनका निधन हो गया था।