लखनऊ। नवयुग कन्या महाविद्यालय की भारतीय भाषा, संस्कृति और कला समिति द्वारा एक कार्यक्रम हरीतिमा उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री डा विद्या बिंदु सिंह एवं विशिष्ट अतिथि लोक गायिका श्रीमती ऋचा जोशी एवं श्रीमती अमिता पांडे उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ। अतिथियों का स्वागत पौध, अंगवस्त्र से किया गया। लोक गायिका श्रीमती ऋचा जोशी ने सुंदर कजरी मोरे राजा छतरियां छवावो की रस की बूंदें परी श्रीमती अमिता पांडे ने गणेश वंदना और देवी गीत सुनाया। भारतीय भाषा संस्कृति और कला समिति के सदस्यों द्वारा गीत पिया सावन में झूला लगाइदा , झूला झुलाई दे ना। प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि पद्मश्री डा विद्या बिंदु सिंह ने गोस्वामी तुलसीदास के एक दोहे से प्रारंभ करते हुए कहा बरसा रितु रघुपति भगति। तुलसी सालि सुवास राम नाम बर बरन ,जुग ,सावन भादो मास उन्होंने कहा कि आज मैं नवयुग कन्या महाविद्यालय को हरीतिमा उत्सव कार्यक्रम आयोजित करने के लिए हार्दिक बधाई देती हूं। हमारी लोकभाषाएं ही हिंदी की शक्ति हैं। आज हम अपने पर्व और त्योहार को भूलते जा रहे हैं।ये त्योहार पर्व लोक गीत हमारी धरोहर है। धरोहर दो प्रकार की होती हैं मूर्त और अमूर्त। ये लोक गीत , संस्कृति हमारी अमूर्त धरोहर है। आज हमारी लोक धुनें समाप्त हो रही है। उन्होंने बताया कि झूला परंपरा राधा और कृष्ण से ही प्रारंभ हुई है । राम भी सीता के साथ झूला झूलते हैं लेकिन बड़ी शालीनता से। कृष्ण का उत्सव में उल्लास है आनंद है। हरितालिका तीज शिव और पार्वती के सुंदर दांपत्य का त्योहार है। उन्होंने एक बहुत सुंदर कजरी हरे रामा बने कन्हैया बैद्य नंद के लाला रे हारी सुनाई जिसे सुनकर सभी आनंदित हो गये। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने कहा कि हमें अपनी लोक संस्कृति को संरक्षित करने के लिए ऐसे कार्यक्रम करने चाहिए और नयी पीढ़ी को संस्कार और इसे जोड़ने के लिए नयी शिक्षा नीति ने भी भारतीय भाषा संस्कृति और कला समिति का गठन किया है। विशिष्ट अतिथि लोक गायिका ऋचा जोशी ने कहा कि सभी छात्राओं को पढ़ाई के साथ गीत संगीत से भी जुड़ना चाहिए। आज के तनाव भरे जीवन में संगीत हमें आनंद प्रदान करता है। लोकगायिका श्रीमती अमिता पांडे ने अवधी में कहा सबै हमार राम जुहार सबै लोगन को बधाई। कार्यक्रम का संचालन प्रो सीमा सरकार और डा अपूर्वा अवस्थी ने किया । इस अवसर पर विज्ञान विभाग की सुनीता सिंह, चंदन मौर्या और जया उपाध्याय ने एक भोजपुरी कजरी प्रस्तुत की। भारतीय भाषा संस्कृति और कला समिति के सदस्य प्रो अमिता रानी सिंह,प्रो सीमा सरकार,डा आभा पाल ,डा अपूर्वा अवस्थी, श्रीमती ललिता पांडे,नेहा और अक्षिता तथा महाविद्यालय की सभी प्रवक्ताएं और छात्राएं उपस्थित रहीं।