नई दिल्ली। मौसम विभाग ने अभी क्या चेतावनी दी है? अगले तीन दिन तक मौसम कैसा रहेगा? मौसम विभाग ने किन-किन राज्यों में बारिश की चेतावनी दी है? मौसम ने पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक में कहर बरपाया हुआ है। पहाड़ों पर बादल फट रहे हैं तो मैदानी इलाके बाढ़ में डूब रहे हैं। राजधानी दिल्ली से लेकर यूपी, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, राजस्थान तक के लोग भारी बारिश या फिर बाढ़ से परेशान हैं।
दिल्ली एनसीआर बाढ़ में चपेट में है। यमुना के बाद अब हिंडन नदी में भी जलस्तर बढ़ने लगा है। इससे नोएडा, गाजियाबाद में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। नोएडा के ईको टेक इलाके की पार्किंग में खड़ी सैकड़ों गाड़ियां डूब गईं। हिंडन नदी के खतरे का निशान 205.8 मिमी है। अधिकारियों के अनुसार, यह फिलहाल 201.8 मिमी है और नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। पानी लगातार मकानों में घुस रहा है। अब तक 10 हजार से अधिक मकानों को खाली कराया जा चुका है। हजारों लोग प्रशासन के आश्रय स्थलों में हैं। जबकि कई लोग अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। वहीं, सेक्टर-143 के पास पुराना सुथ्याना के डूब क्षेत्र में बने एक अवैध पार्किंग स्थल में खड़ी गाड़ियां भी डूब गई हैं। दिल्ली में भी हालात कुछ ठीक नहीं हैं। एक बार फिर से यमुना किनारे बसे गांवों में बाढ़ का पानी आने लगा है। पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के चलते हथनीकुंड से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते दिल्ली के कई इलाकों में पानी घुस गया है। लोग घरों की छतों पर रहने को मजबूर हैं।
यूपी में भी बारिश ने कई जिलों में बाढ़ के हालात बना दिए हैं। बुधवार सुबह से गाजियाबाद और नोएडा में तेज बारिश हो रही है। हिंडन नदी के जलस्तर बढ़ने से कई रिहायशी कॉलोनियों में पानी घुस गया है। नोएडा में 12वीं तक के स्कूलों को बंद कर दिया गया। वहीं, गाजियाबाद में बारिश में भीगते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे। उसके बाद प्रशासन ने 12वीं तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया।
मंगलवार देर शाम मथुरा, आगरा, मुरादाबाद, मेरठ में बारिश हुई। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए ढाई लाख क्यूसेक पानी का असर अब यमुना पर दिखने लगा है। मथुरा में यमुना खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। पानी वृंदावन में परिक्रमा मार्ग तक आ गया है। कालीदह, चीरघाट, केशीघाट, जगन्नाथ घाट पर यमुना का पानी आ गया है। मुरादाबाद में एक युवक रामगंगा नदी के तेज बहाव में बह गया। घटना के वक्त वो अपने दोस्त के साथ नदी पार करके अपने खेतों पर जा रहा था। युवक घर से पशुओं के लिए चारा लाने की बात कहकर निकला था। हादसे की सूचना पर पूरा गांव नदी किनारे उमड़ पड़ा। स्थानीय अधिकारियों की डिमांड पर रऊफऋ की टीम ने रामगंगा नदी में बहे युवक की तलाश शुरू कर दी है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और शिमला में बादल फटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कुल्लू की गड़सा घाटी में मंगलवार तड़के चार बजे बादल फटने से पंचानाला और हुरला नाले में भयंकर बाढ़ आ गई। इसमें पांच मकान बह गए और 15 को नुकसान पहुंचा। छोटे-बड़े चार पुल भी बह गए और कुछ मवेशी लापता हैं। भुंतर-गड़सा मनियार रोड को नुकसान पहुंचा है। पार्वती घाटी के मणिकर्ण के ब्रह्मगंगा नाले में आई बाढ़ में एक कैंपिंग साइट को नुकसान हुआ है। मलाणा प्रोजेक्ट के बांध से ऊपर से पानी बहने का सिलसिला जारी है। पंडोह डैम से पानी छोड़े जाने से ब्यास का जलस्तर बढ़ गया है। 500 से अधिक सड़कें बंद हैं। इसी तरह शिमला जिले के रामपुर उपमंडल की सरपारा पंचायत के कंधार गांव में देर रात दो बार बादल फटने से सेब के बगीचों और मकानों को नुकसान पहुंचा है। कई मकान बह गए हैं। मकानों में पानी घुस गया है। इससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार, रामपुर उपमंडल की सरपारा पंचायत के कंधार गांव में देर रात दो बार बादल फटने से सेब के बगीचों और मकानों को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ आने से प्राथमिक पाठशाला का भवन, युवक मंडल का भवन और अन्य लोगों के मकान बह गए हैं। इसके अलावा बाढ़ में गाय, बैल, भेड़-बकरियां भी बह गईं। उत्तराखंड की बात करें तो यहां नंदप्रयाग में मलबा गिरने से बदरीनाथ मार्ग पर यातायात बाधित हुआ। भूस्खलन के चलते यमुनोत्री मार्ग मंगलवार को भी बंद रहा। हालांकि, केदारनाथ यात्रा जारी है। राज्य में अभी 50 सड़कें बंद हैं, करीब 40 गांवों को बिजली आपूर्ति बाधित है। 400 छोटी-बड़ी नहरें बह गई हैं। हरिद्वार में गंगा अभी भी खतरे के निशाना (293 मीटर) से कुछ ऊपर 293.45 मीटर पर बह रही है।
पहाड़ों पर लगातार बारिश के चलते पंजाब के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। सतलुज में उफान से फाजिल्का और फिरोजपुर जिलों में काफी नुकसान हुआ है। फाजिल्का में भारत-पाक सीमा पर बसे गांव ढाणी नत्था सिंह वाला में पुल जलमग्न हो गया। फिरोजपुर के सीमांत गांव कालू वाला में बाढ़ से कई मकान ढह गए हैं। यहां ग्रामीणों को अपने मकानों की छत पर सामान लेकर बैठना पड़ा। हुसैनीवाला से सटे गांवों की कई सड़कें डूब गई हैं। फिरोजपुर के आठ और फाजिल्का के 10 स्कूल 29 तक बंद कर दिए गए हैं।
5. कर्नाटक, ओडिशा, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात में भी बारिश
दक्षिण और तटीय ओडिशा के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। मछुआरों को 27 जुलाई तक समुद्र में न जाने का निर्देश दिया गया है। महाराष्ट्र के राजगढ़ में भारी बारिश की आशंका के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। 26 जुलाई को सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। वहीं, कर्नाटक के तटीय इलाकों में बाढ़ की चेतावनी के कारण अधिकारियों ने स्कूलों, कॉलेजों में आज छुट्टी की घोषणा कर दी है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी यही हालात है। मंगलवार शाम को तेलंगाना के महबूबनगर में दो लड़कियां नहर में बह गईं। वहीं, राजस्थान के उदयपुर में मोरवानिया में दो युवक ब्रिज पर भारी पानी के बीच फंस गए। वे मोटरसाइकिल की मदद से ब्रिज पार करने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें क्रेन की मदद से बचाया गया। मौसम विभाग ने आज महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश और आंधी-तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।