अनुराग त्रिवेदी
उन्नाव । खेले गये फाइनल मैचों में ओपेन पुरूष एकल में ऋषभ ने मोहित को 21-10-21-9 को सीधे सेटों में हराकर फाइनल कप पर कब्जा किया। ओपेन- पुरूष युगल में ऋषभ और आरव की जोड़ी ने 15-3, 16-14 से बादल और अरूण सिंह को हराकर फाइनल कप जीता। वेटरनस- एकल पुरूष अरूण सिंह ने 15-9, 15-13 से बादल को हराकर वेटरनस का फाइनल कप
जीता। वेटरनस- युगल पुरूष अरूण सिंह और आशीष वर्मा की जोड़ी ने 15-11, 15-13 से शशिकान्त और वरूण की जोड़ी को हराकर वेटरनस की फाइनल कप पर कब्जा किया। सुपर वेटरनस- पुरूष एकल विपिन सिंह ने 15-10, 15-9, 15-12 के कांटे की टक्कर के बाद सुधीर कुमार शुक्ला को हराया। पुरूष युगल विजय कुमार दीक्षित और महेश कुमार की जोड़ी ने 15-11, 15-6 से विपिन कुमार और सुधीर कुमार शुक्ला को हराकर फाइनल ट्राफी जीती। प्रतियोगिता का समापन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती सुधा सिंह ने खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरिण किया। सुधा सिंह ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि मैं किसी मुख्य अतिथि के रूप में आपके बीच नहीं आयी हूं क्योंकि बैडमिंटन मेरा भी प्रिय खेल बचपन से रहा है और दूसरी बात कि स्व0 के0पी0 बाबू जिनके नाम से यह प्रतियोगिता हो रही है। वह मेरे विभाग से बैडमिंटन खेलते रहे हैं और न्याय विभाग का नाम रोशन करते रहे। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने कहा कि किसी भी खेल में जीत और हार उस खेल का एक अंग होता है जो खिलाड़ी फाइनल मैच में हारा है उसे और मेहनत करने की जरूरत है। अगली प्रतियोगिता जीतने के लिये उन्होंने कहा कि हार हमें एक सबक भी देती है कि मेरी मेहनत या प्रयास में कोई कमी जरूर रह गयी थी जिससे मेहनत करके दूर किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं समय-2 पर होने से खिलाड़ियों में एक उत्साह बना रहता है। उन्होंने कहा कि के0पी0 बैडमिंटन का यह प्रयास प्रशंसनीय है। के0पी0 बैडमिंटन क्लब उन्नाव के सचिव अजय श्रीवास्तव एडवोकेट ने सभी का आभार व्यक्त किया और मुख्य अतिथि का खिलाड़ियों से परिचय कराया। क्लब के अध्यक्ष बादल ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता समापन पर मुख्य रूप से इकबाल अरशद, विपिन सिंह, रोली सरीन, दुर्गेश आनंद, श्रीमती अंजू श्रीवास्तव, विनीता यादव, ज्योति वर्मा, सारिका श्रीवास्तव, आशीष वर्मा, संजीव श्रीवास्तव, राजीव कुमार, राकेश द्विवेदी, दिलीप शुक्ला, मधु श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित थे।