नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय पक्ष का नेतृत्व किया। सिंह के विचारों को दोहराते हुए, ब्लिंकन ने क्षेत्र के महत्व को दोहराते हुए कहा कि हम एक स्वतंत्र और खुले, समृद्ध, सुरक्षित और लचीले इंडो-पैसिफिक को बढ़ावा दे रहे हैं। भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता शुक्रवार को शुरू हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों देशों के बीच साझेदारी को स्वतंत्र, खुले और नियमों से बंधे भारत-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण बताया। 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड आॅस्टिन ने किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय पक्ष का नेतृत्व किया। सिंह के विचारों को दोहराते हुए, ब्लिंकन ने क्षेत्र के महत्व पर कहा कि हम एक स्वतंत्र और खुले, समृद्ध, सुरक्षित और लचीले इंडो-पैसिफिक को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसमें जापान और आॅस्ट्रेलिया के साथ क्वाड के माध्यम से अपनी साझेदारी को मजबूत करना भी शामिल है। एक महत्वपूर्ण तरीका जो हम कर रहे हैं वह है समुद्री डोमेन जागरूकता बढ़ाना, क्षेत्र के देशों के साथ उनकी क्षमता बढ़ाने के लिए वाणिज्यिक उपग्रह डेटा साझा करना, उदाहरण के लिए, अवैध फिशिंग, समुद्री डकैती और नशीली दवाओं की तस्करी से निपटना। हम इंडो-पैसिफिक में मानवीय राहत और आपदा प्रतिक्रिया प्रयासों का भी समन्वय कर रहे हैं। हम अपनी अर्थव्यवस्थाओं को अधिक लचीला बनाने और समावेशी आर्थिक अवसर का विस्तार करते हुए अपने समुदायों को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए नवाचार की शक्ति का एक साथ उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सेमीकंडक्टर और उन्नत जैव प्रौद्योगिकी पर सहयोग, हमारे देशों के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर स्वच्छ ऊर्जा को तैनात करने में हमारे अभूतपूर्व निवेश और अंतरिक्ष में हमारे संयुक्त अनुसंधान और अन्वेषण परियोजनाओं में स्पष्ट है।