लखनऊ। वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी वर्तमान में देश के प्रतिष्ठित जिला ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पर्यावरण से इनका विशेष लगाव रहा साथ ही जीव जंतुओं के प्रति भी बहुत अधिक रुचि रखते हैं, उनकी देखभाल एवं सेवा करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा है।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अपनी सेवाओं के दौरान वृक्षारोपण के कार्य में बढ़-चढकर के हिस्सा लेना , शासन की योजनाओं को प्राथमिकता से लागू करवाना इनका प्रमुख उद्देश्य रहा है। किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय लखनऊ में कुल सचिव के पद पर रहते हुए प्रशासनिक दायित्व का निर्वहन करते हुए वृक्षारोपण एवं औषधीय वाटिका का भी कार्य नहीं भूले, जिसके फल स्वरुप आज आम जनमानस के साथ-साथ संस्थान भी इसका लाभ उठा रहा है और गर्व महसूस कर रहा है। श्री द्विवेदी ने बताया कि पर्यावरण शब्द का निर्माण दो शब्दों से हुआ है। परि और आवरण, जिसमें परि का अर्थ है। हमारे आस-पास अर्थात जो हमारे चारों ओर है, और आवरण का मतलब जो हमें चारों ओर से घेरे हुए हैं।
पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों कि कुल इकाई है। जो किसी जीवधारी अथवा पारितंत्रीय आबादी को प्रभावित करते हैं तथा उनके रूप, जीवन जीविता को तय करते हैं। इसी क्रम में अपने स्वभाव के अनुरूप नोएडा की हरियाली का जायजा लेने सेक्टरों व प्रमुख मार्गो पर निकल गए। जहां पर सड़कों के सेंट्रल वर्ज वी ग्रीन बेल्ट का रखरखाव न मिलने पर नाराजगी व्यक्त किया। खामियों को दूर करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया और कहा कि इस अवधि में काम न होने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ठेकेदारों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि भुगतान में कटौती एवं ब्लैक लिस्ट में डाल दिए जाओगे। श्री द्विवेदी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से अनुबंधित 67 उद्यान से संबंधित ठेकेदारों को पर्यावरण के महत्त्व को समझाते हुए जीविकोपार्जन के साथ महान पुण्यात्मक सुअवसर के दृष्टिगत सभी से अपने अनुबंधित पार्कों, सेंट्रल वर्ज, ग्रीन बेल्ट आदि स्थलों में स्वप्रेरित 9 वृक्षों पीपल, बरगद, गुलर,पाकड़, नीम, अर्जुन, बिल्ब, जामुन, आंवला, तुलसी आदि को लगाने तथा उसको सींचकर बड़ा करने का संकल्प लेने हेतु उत्साहित किया। इसी क्रम में श्री प्रवीण नाम के एक ठेकेदर ने अगले ही दिन उक्त 9 वृक्षों को उद्यान की टीम के साथ लगाकर सभी के लिए प्रेरक की भूमिका में आ गए। श्री द्विवेदी की योजना नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वाटिका, धनवंतरी वाटिका,वैदिक ज्ञान विज्ञान तथा अन्य प्राचीन भारतीय ज्ञान परम्परा की विलक्षणता से सामान्य जन को अवगत कराने वाली औद्यानिक परिक्षेत्र बनाए जाए। निरीक्षण के दौरान उपनिदेशक उद्यान नथैली सिंह, सहायक निदेशक उद्यान बुद्ध विलास, उद्यान निरीक्षक मुकेश कुमार आदि शामिल रहे। इस कार्य में ग्रेटर नोएडा के सी ई ओ श्री एन जी रविकुमार का स्नेह, आशीर्वाद,व, मार्ग दर्शन निरन्तर प्राप्त हो रहा है।