वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों में 9 जुलाई 2023 तक निरंतर वृद्धि दर्ज की गयी
आयकर में उम्मीद से बेहतर परिणाम सामने आ रहे है उसकी वजह लोगों में आयकर के प्रति जागरुकता बढ़ना बताया जा रहा है बात
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों में प्रत्यक्ष कर संग्रह से पता चलता है कि सकल संग्रह 5.17 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के सकल संग्रह की तुलना में 14.65 फीसदी अधिक है।
धन वापसी (रिफंड) के बाद, प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.75 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के शुद्ध संग्रह की तुलना में 15.87 फीसदी अधिक है। यह संग्रह, वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर के कुल बजट अनुमान का 26.05 फीसदी है।
1 अप्रैल, 2023 से 9 जुलाई 2023 के दौरान धन वापसी (रिफंड) के तौर पर 42,000 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी की गयी धन वापसी (रिफंड) से 2.55 फीसदी अधिक है।