नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का आज 107वां एपिसोड प्रसारित हुआ, जिसका आकाशवाणी पर सीधा प्रसारण हुआ। पीएम मोदी ने जल संरक्षण और अमृत सरोवर की बात की। भारत में 65 हजार अमृत सरोवर बनाए गए हैं। गुजरात के अमरेली में जल उत्सव मनाया जाता है, जिससे जल संरक्षण को लेकर जागरुकता आई है। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में बेल्जिपुरम यूथ क्लब स्किल डेवलेपमेंट पर फोकस कर रहा है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने देश की कई और प्रेरक कहानियां बताई। पीएम ने कहा सूरत में युवाओं की एक टीम ने प्रोजेक्ट सूरत की शुरूआत की है जिसका लक्ष्य सूरत को सफाई और सस्टेनेबल विकास की मिसाल बनाना है। इसके तहत युवा सार्वजनिक जगहों की सफाई करते हैं और आज इन लोगों की संख्या 50 हजार से ज्यादा हो गई है। इन लोगों की टीम ने लाखों किलो कचरा हटाया है। तमिलनाडु के कोयंबटूर के लोगानाथन जी गरीब बच्चों को अपनी कमाई का एक हिस्सा दान देते हैं। वह अब तक 1500 से ज्यादा बच्चों की मदद कर चुके हैं। डिजिटल पेमेंट को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि अब लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं, ये भी बहुत उत्साह बढ़ाने वाला है। आप तय करिए कि एक महीने तक आप यूपीआई से या किसी डिजिटल माध्यम से पेमेंट करेंगे या कैश पेमेंट नहीं करेंगे। सरकार ने जो प्रशासनिक और कानूनी सुधार किए हैं। उसके बाद आज हमारे युवा एक नई ऊर्जा के साथ बड़े पैमाने पर इनोवेशन में जुटे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इन दिनों कुछ परिवारों में विदेशों में जाकर शादी करने का नया वातावरण बन रहा है, ये जरूरी है क्या? भारत की मिट्टी में भारत के लोगों के बीच अगर हम शादी ब्याह करेंगे तो देश का पैसा, देश में रहेगा। छोटे छोटे गरीब लोग भी अपने बच्चों को आपकी शादी की बातें बताएंगे। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि मैंने वोकल फॉर लोकल की अपील की थी और बीते कुछ दिनों में त्योहारों पर देश में चार लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है। वोकल फॉर लोकल अभियान समृद्ध भारत के द्वार खोल रहा है। इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। संविधान सभा में 15 महिलाएं थी। इन्हीं में से एक हंसा मेहता ने महिलाओं के अधिकार और न्याय की आवाज बुलंद की थी। उस समय भारत उन कुछ देशों में से था, जिन्होंने महिलाओं को संविधान से वोटिंग का अधिकार दिया। संविधान निमार्ताओं की उसी दूरदृष्टि का पालन करते हुए भारत की संसद ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पास किया है और यह हमारे लोकतंत्र की संकल्प शक्ति का उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने बताया संविधान के निर्माण में दो साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा।