लखनऊ मेट्रो द्वारा राइडरशिप बढ़ाने एवं जागरुकता अभियान चलाने के प्रयासों की करी सराहना
लखनऊ शहर को विश्व स्तरीय मेट्रो सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध: श्री सुशील कुमार, एमडी, यूपीएमआरसी
लखनऊ। ईआईबी (यूरोपीयन इंवेस्टमेंट बैंक) के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज 21 अक्टूबर 2023 को लखनऊ में अहम बैठक कर तीन दिवसीय दौरे का समापन किया। 19 को आगरा एवं 20 अक्टूबर को कानपुर मेट्रो परियोजना के दौरे पर रही ईआईबी की टीम ने यूपीएमआरसी के निर्माण कार्य की गति पर संतुष्टि व्यक्त की। लखनऊ मेट्रो द्वारा हाल ही में राइडरशिप बढ़ाने के लिए किए प्रयासों की भी ईआईबी की टीम ने जमकर प्रशंसा की। ईआईबी प्रतिनिधिमंडल की आज लखनऊ के प्रशासनिक भवन में हुई बैठक में आगरा और कानपुर में निर्माण कार्य की गति के साथ-साथ कार्यान्वयन के दौरान अपनाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर चर्चा कर संतुष्टि व्यक्त की। लखनऊ में करीब 23 किलोमीटर लंबे नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर पर चल रही मेट्रो रेल सेवा पर भी चर्चा हुई। ईआईबी प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ मेट्रो द्वारा हाल में स्कूल, कॉलेज आॅफिसों में चलाए गए जागरुकता अभियान की प्रशंसा की।
इसके अतरिक्त लखनऊ मेट्रो ट्रेन में मनाए जाने वाले बर्थडे/किटी से लेकर मेट्रो स्टेशनों पर लगाई जाने वाली प्रदर्शनियां की भी प्रतिनिधिमंडल ने जमकर सराहाना की। प्रतिनिधिमंडल ने इससे पहले आगरा एवं कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का दौरा किया और परियोजनाओं के समयबद्ध निर्माण के लिए कानपुर एवं आगरा मेट्रो टीम की सराहना की। यूरोपीयन इंवेस्टमेंट बैंक कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के लिए कुल फंडिंग में से लगभग 650 मिलियन यूरो वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। वहीं आगरा मेट्रो रेल परियोजना के 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर के लिए ईआईबी द्वारा 450 मिलियन यूरो की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
कानपुर मेट्रो रेल परियोजना की कुल परियोजना लागत (लगभग) 11,076 करोड़ रुपये वहीं आगरा मेट्रो रेल परियोजना की कुल लागत 8379.62 करोड़ रुपये है। शेष फंडिंग केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा की जा रही है। इस अवसर पर यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने कहा कि, मेट्रो परियोजना को समयबद्ध तरीके से तेज गति से क्रियान्वित किया जा रहा है। ईआईबी की मदद से, हम निर्धारित समय सीमा से पहले 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर पर राजस्व सेवाएं शुरू करने में सक्षम हुए। निरंतर समर्थन के साथ, हम समय पर बचे हुए सेक्शन पर परिचालन शुरू करने में सक्षम होंगे। दौरे में यूपीएमआरसी के एमडी सुशील कुमार, निदेशक (वित्त) शील कुमार मित्तल, निदेशक (वर्क्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर) सी. पी. सिंह और अन्य वरिष्ठ मेट्रो अधिकारी उपस्थित थे।