लखनऊ। खादी ग्रामोघोग निदेशालय में माटी कला बोर्ड द्वारा आयोजित प्रदर्शनी को शुभारंभ करते हुए प्रदेश सरकार के एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने कहा कि कारीगरों द्वारा बनाये जाने वाले उत्पादों को अब आनलाइन भी बेचा जायेगा। इसके लिए फ्लिपकार्ट से वार्ता की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि गोबर से बने पेंट को ही खरीद कर घरों की पुताई कराएं। इससे किसानों की आय बढ़ेगी साथ ही तमाम लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
यहां पर आयोजित 11 दिवसीय प्रदर्शन में लगे 40 स्टालों पर एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने स्वयं जाकर अवलोकन किया। साथ ही स्वचालित चाक का भी वितरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि माटी कला बोर्ड का गठन गत 19 जुलाई 2018 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया था। इसके बाद प्रदेश में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों का सर्वे कराया गया। प्रदेश में करीब 47 हजार परिवार ऐसे मिले जिन्हें प्रशिक्षित करने के साथ ही विघुत चालित चाक, मूर्ति को बनाने के लिए डाई पेंट करने वाले मशाीन भी उपलब्ध करायी गयी। इनके लिए मिट्टी की व्यवस्था भी 30 हजार तालाबों का पट्टा देकर की गयी। प्रदेश में आज 644 इकाईयां कार्य कर रही है। जो मिट्टी के कुकर, कढाही, हाट पाट, सहित आकर्षक डिजायन के घरों की शोभा बढ़ाने वाली वस्तुएं तैयार कर रही है। उन्होंने बताया कि 40 स्टाल यहां पर लगाए गए हैं इन दुकानदारों से कोई शुल्क नहीं ली जा रही है। साथ में इन्हें बिजली पानी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जा रही है। दस स्टाल इंद्रा गांधी प्रतिष्ठान में लगाए गए है। इसलिए आप सभी से अपील है कि दीवाली में मिट्टी से बनी वस्तुओं को खरीदे, हो सके तो मोलभाव न करे। राकेश सचान ने बताया कि बोर्ड द्वारा अब तक करीब दस हजार विघुत चालित चाक, 603 जोड़ी डाई, 31 पेटिंग मशीन, 81 दिया मेकिंग मशीन दी गयी। साथ ही 644 लाभार्थियों को बैंक से लोन भी दिलाया गया। इस दौरान लगभग 250 लोगों को पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर उन्होंने गजराज, सुमन, अवध कुमार, गुडि?ा, सुमन को नि: शुल्क विधुत चालिक चाक का वितरण भी किया। प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान उत्पादों को लेकर कारीगरों का हौसला भी बढ़ाने का काम किया। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद, माटी कला बोर्ड के महाप्रबंधक अरूण प्रकाश भी मौजूद रहे।