लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विगत दिनों देवरिया प्रकरण को गंभीरता से लिया है। घटना की आज गहन समीक्षा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी कोई भी हो, हर एक पर कार्रवाई की जाएगी। शासन की रिपोर्ट में जनपद देवरिया की तहसील एवं थाना रूद्रपुर स्थित ग्राम फतेहपुर में घटित घटना के संबंध में दोषी कर्मचारी, अधिकारी की घोर लापरवाही एवं कर्तव्यपालन में शिथिलता संज्ञान में आयी है। उक्त विवाद के संबंध में सत्य प्रकाश दुबे द्वारा ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा के संबंध में आईजीआरएस के अंतर्गत अनेक शिकायतें मुख्यमंत्री संदर्भ के रूप में आनलाइन पुलिस विभाग, राजस्व विभाग को भेजी गई थीं एवं दोनो विभाग के संबंधित अधिकारियों द्वारा गम्भीरतापूर्व संज्ञान लेकर निस्तारण नहीं कराया गया। ऐसे में मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं पुलिस विभाग के विभिन्न अधिकारियों, कर्मचारियों के विरूद्ध निम्न विवरण के अनुसार कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। वर्तमान उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ एवं क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत को तत्काल निलंबित किया जाए। पूर्व में उपजिलाधिकारी रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला एवं संजीव कुमार उपाध्याय के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाए।
सीएम योगी का चला चाबुक, लापरवाहों पर गिरी गाज
लखनऊ। चकबंदी संबंधी मामलों के निपटारे में लेटलतीफी, लापरवाही, अनियमितता पर मुख्यमंत्री की सख्त नाराजगी का असर दिखने लगा है। सीएम योगी के कड़े रुख के बाद चकबंदी विभाग में बड़े स्तर पर आधा दर्जन जिलों के चकबंदी अधिकारी से लेकर लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की गयी। चकबंदी आयुक्त ने सीएम योगी के निर्देश के बाद गुरुवार को कौशांबी में तिहरे हत्याकांड में पट्टे की भूमि विवाद में लापरवाही पर चकबंदी अधिकारी समेत 6 लोगों को निलंबित कर दिया है जबकि कुल एक दर्जन लोगों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। इनमें निलंबन से लेकर एफआईआर और यहां तक कि नौकरी से बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की गई है। वहीं चकबंदी आयुक्त की ओर से पिछले एक माह में एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।