नई दिल्ली। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को भारतीय रेलवे की स्थिति को लेकर केंद्र पर हमला किया और आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर पीआर स्टंट करने और आम लोगों की सुरक्षा, सुविधा और राहत पर ध्यान नहीं देने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि इस साल 10 प्रतिशत से अधिक ट्रेनें निर्धारित समय से देरी से चलीं। खड़गे ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि मोदी सरकार ने रेलवे को तहस-नहस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी! उन्होंने आगे लिखा कि बालासोर जैसे बड़े हादसे होने के बाद, बहुप्रचारित “कवच” सुरक्षा का एक भी किलोमीटर नहीं जोड़ा। आम लोगों के लिए स्लीपर क्लास से रेल यात्रा करना हुआ बहुत महंगा हुआ है और स्लीपर कोच की भी संख्या घटा दिए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि इस साल 10% से ज्यादा ट्रेनें लेट हुई हैं। उन्होंने कहा कि रेल बजट खत्म कर के मोदी सरकार ने जवाबदेही से छुटकारा पा लिया है। उन्होंने वार करते हुए कहा कि मोदी जी केवल वाहवाही बटोरने के लिए, सफेद रंग दी गई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के पीआर स्टंट में व्यस्त हैं! पर आम जनता की सुरक्षा, सुविधा, सहूलियत और राहत पर रत्ती भर भी ध्यान नहीं दे रहें हैं। वहीं, इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेल यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है और चालू वित्त वर्ष के अंत तक भारतीय रेलवे कोविड से पहले के दौर की यात्री संख्या 650 से 700 करोड़ के स्तर को छू लेगा। मंत्री ने कुछ खबरों और सोशल मीडिया पर आई टिप्पणियों का जोरदार खंडन किया कि रेल यात्रियों की संख्या 2010 की तुलना में आधी हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ह्यकवचह्ण 1,500 किलोमीटर रेल मार्ग पर पूरी तरह स्थापित कर दी गई है। इसके साथ ही वैष्णव ने कहा कि कवच प्रणाली का दायरा बढ़ाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।