नई दिल्ली। भाजपा नेता ने कहा कि 2013-14 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और देश में आदिवासी कल्याण के लिए कांग्रेस 29 हजार करोड़ रुपया खर्च करती थी। अब मोदी सरकार आदिवासी कल्याण के लिए 1 लाख 38 हजार करोड़ रुपया खर्च करती है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 3 परिवारों का बोलबाला है। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह कांग्रेस नेता कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा पहुंचे थे। मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही कांग्रेस पार्टी राम मंदिर को लटका रही थी, अटका रही थी, भटका रही थी। मध्य प्रदेश की जनता से ढेर सारी सीटें देकर मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया और उन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन किया। 22 जनवरी, 2023 को वहां पर रामलला की स्थापना होने वाली है। शाह ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत के विकास की चर्चा है, भारत का गौरवगान हो रहा है। बीते 9 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत के परचम को पूरी दुनिया में लहराया है। इस सबके बावजूद कांग्रेस को कुछ पॉजिटिव नहीं दिख रहा है। ये भाई-बहन चुनावी राज्यों में घूम-घूम कर पूछ रहे हैं, क्या हुआ है? अरे भाई… आपको समझ नहीं आएगा, जिनके मूल भारत में लगे हैं उन्हें समझ आएगा। जिनके मूल इटली में हैं उन्हें समझ नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी कल्याण का भाजपा का एक ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। अटल जी ने आजादी के कई वर्षों बाद सबसे पहले आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया, जनजाति आयोग का गठन किया और मोदी जी ने 23 से अधिक जनजातियों को आदिवासियों की सूची में जोड़ा।
भाजपा नेता ने कहा कि 2013-14 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और देश में आदिवासी कल्याण के लिए कांग्रेस 29 हजार करोड़ रुपया खर्च करती थी। अब मोदी सरकार आदिवासी कल्याण के लिए 1 लाख 38 हजार करोड़ रुपया खर्च करती है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 3 परिवारों का बोलबाला है। गांधी परिवार, कमलनाथ परिवार और दिग्विजय परिवार। जहां तीन तिगड़ा होता है, वहां काम बिगड़ जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कभी कुछ भी सकारात्मक नजर नहीं आता, ये भाई-बहन (राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) पूरे देश में घूमते रहते हैं और पूछते रहते हैं कि क्या हुआ…खैर इन्हें समझ नहीं आएगा क्योंकि इनकी जड़ें इटली से हैं, भारत से नहीं।